Introduction :डॉ. रेकवेग R27
गुर्दे की पथरी कम हो जाती है गुर्दे की पथरी के लिए
मूल-तत्व :डॉ. रेकवेग R27
एसिड नाइट्रिक डी6, बरबेरीज डी3, लाइकोपोडियम डी5। रूबिया टिंक्टर डी2, सरसापेरिला डी3, लेपिस रेनालिस डी12
लक्षण :डॉ. रेकवेग R27
गुर्दे की पथरियाँ, गुर्दों (kidneys) में तेज़ पीड़ा, पीठ के निचले भाग के आर-पार दर्द, चुभन, लाल तथा चिपचिपा मूत्र साथ में उपकला सम्बन्धी कोशिकाएं तथा आकारहीन व्यर्थ तत्व। पेशाब में ऑक्सेलिक अम्ल, मूत्र-पथरी।
क्रिया विधि :
एसिड नाइट्रिक ऑक्सेलिक अम्ल (ऑक्सालिक एसिड) के कारण मूत्र में पथरी, और जब ऑक्सेलिक अम्ल कोलेस्ट्रॉल का मुख्य मूल-तत्व हो।
बरबेरी: गुर्दों में तेज दर्द, दबाव से बढ़ने वाला। त्रिकास्थि भाग में दर्द, जो गुरुओं से आता है। मरीज चल-फिर नहीं सकते, दर्द को कम करने के लिए दाहिनी ओर झुकते हैं। स्टिक, लाल पेशाब।
लिक्टोपोडोडियम : पीड़ायुक्त मूत्रत्याग, पेशाब में लाल पेशाब, मूत्र में पथरी। गुर्दे में दर्द (दाहिना भाग प्रभावित)। मूत्र मार्ग से मूत्राशय तक दर्द होना। रूबिया टिंक्टर: पथरी के कारण होने वाली मूत्राशय की सूजन। रात में मूत्रत्याग की लगातार इच्छा के साथ भारी दुर्बलता। गुर्दों से मूत्र नली तक दर्द।
सरसापेरिला: मूत्र पथरी, मूत्र त्याग के समय तीक्ष्ण पीड़ा। खुराक की मात्रा: सामान्य: कुल पानी में 10-15 बूंदें प्रतिदिन 3 बार। एक सप्ताह के उपचार के बाद लम्बे समय तक प्रतिदिन 2-3 बार 5-8 बार दवा लेना आवश्यक होगा।
टिप्पणी :
किडनी की पथरी के कारण होने वाले पेट दर्द R 37 में, 15-30 मिनट पर सीधे पानी में 10 मिनट।